ब्यूरो, पीलीभीत। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में कुपोषण निदान को लेकर जिले में जिला पोषण समिति की बैठक गांधी सभागार में बाल विकास विभाग द्वारा आहूत की गई। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बिंदुवार प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जिलाधिकारी को विभागीय प्रगति से अवगत कराया गया। विभागीय प्रगति में जहां विगत बैठक में दिए गए निर्देशों पर जिलाधिकारी ने अनुपालन की जानकारी ली वहीं पिछले महीने में जिन बाल विकास परियोजना अधिकारियों को कार्य संतोषजनक ना पाए जाने पर स्पष्टीकरण जारी किए गए थे उनमें से बाल विकास परियोजना अधिकारी अमरिया बिलसंडा व पूरनपुर द्वारा अपेक्षाकृत संतोषजनक प्रगति ना कर पाने तथा नोटिस का प्रत्युत्तर ना दे पाने की स्थिति में प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने के निर्देश दिए गए। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविंद कुमार द्वारा 0 से 6 माह तक के बच्चों की फीडिंग के बारे में अवगत कराया गया जिस पर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार द्वारा निर्देशित किया गया कि प्रस्तुतीकरण के अनुसार धात्री महिलाओं और 0 से 6 माह तक के बच्चों की फीडिंग में जो अंतर परिलक्षित हो रहा है यह अंतर दूर कर शत प्रतिशत फीडिंग कराई जाए।
ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस बिंदु की समीक्षा मे मरौरी पूरनपुर बिलसंडा ललौरीखेरा की की स्थिति खराब पाई गई जिस पर निर्देशित किया गया जिसमें अगले महीने तक स्थिति में सुधार करें, सामुदायिक गतिविधियों के आयोजन में मरौरी पूरनपुर और ललौरीखेड़ा सुधार की स्थिति खराब पाई गई जिस पर अगले महीने तक सुधार करने का निर्देश दिया गया। राशन वितरण की समीक्षा में पाया गया कि विगत माह से वर्तमान मे जिले की स्थिति और रैंकिंग में सुधार हुआ है परंतु बिलसंडा और पूरनपुर में अधिक प्रयास और सुधार की आवश्यकता है और यदि अगले महीने तक बिलसंडा और पूरनपुर सुधार नहीं कर पाते हैं तो इनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही प्रचलित करने के निर्देश दिए गए। कुपोषित बच्चों के और शाम बच्चों के चिन्हांकन के लिए आंगनबाड़ियों हेतु विशेष निर्देश दिया गया कि वजन करने के उपरांत आंगनवाड़ी कोई डाटा छुपाए नहीं वास्तविक डाटा का अंकन करें जिससे सही चिन्हांकन के उपरांत सही दिशा और कार्य योजना से कुपोषण से मुक्ति के प्रयास किए जा सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सीडीपीओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।