जान मोहम्मद व्योरोचीफ आर्दश उजाला जिला बलरामपुर
25 सितंबर को पूरी दुनिया में वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे मनाया जाएगा। फार्मासिस्ट डे दुनिया भर के उन फार्मासिस्ट्स को समर्पित होता है, जो आज सेहत के क्षेत्र में विशेष भूमिका निभाने के साथ-साथ अपना खास योगदान भी दे रहे हैं।
फार्मेसी एण्ड फार्मासिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश संगठन मंत्री नौशाद खान कहते है कि हम सभी स्वस्थ रहते हैं, इसके पीछे इन्हीं फार्मासिस्ट का खास योगदान होता है। जो दवाओं के निर्माण से लेकर उसके इस्तेमाल को परफेक्ट गाईडलाइन देने के साथ ही मरीज़ों की काउंसिलिंग भी करता है! दुनिया का कोई भी इंसान जो दवाईयां लेता है उसका निर्माण फार्मासिस्टों के द्वारा ही किया जाता है!
फार्मासिस्ट को केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट भी कहते हैं। स्वास्थ्य विभाग में सुधार करने, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में ये अहम भूमिका निभाते हैं। इसी वजह से इनके इस विशेष योगदान को दुनिया भर में सम्मान देने के लिए 25 सितंबर की तारीख चुनी गई वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे मनाने के लिए।। नौशाद खान ने बताया कि इसकी शुरुआत 2009 में अंतरराष्ट्रीय फार्मास्युटिकल फेडरेशन द्वारा इस्तांबुल, तुर्की में हुई थी। 25 सितंबर का दिन इसलिए चुना गया था क्योंकि इसी तारीख को अंतरराष्ट्रीय फार्मास्युटिकल फेडरेशन (एफआईपी )की 1912 में स्थापना हुई थी। हर वर्ष एफआईपी के सदस्य विश्व फार्मासिस्ट दिवस में भाग लेकर फार्मासिस्ट की गतिविधियों के बारे में जागरूकता बढ़ाते हैं। फार्मासिस्ट जनता की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे की खास बात यह है कि हर साल अंतरराष्ट्रीय फार्मास्युटिकल फेडरेशन इसकी एक थीम तय करता है। इस वर्ष का थीम “स्वास्थ्य के बारे में सोचें, फार्मासिस्ट के बारे में सोचें”(Think Health, Think Pharmacist) है ।
इस वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे पर फार्मेसी काउंसिल ऑफ़ इंडिया भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती है। पीसीआई के साथ-साथ देश के कई फार्मेसी कालेजों में फार्मासिस्ट डे विशेष रूप से सेलिब्रेट किया जाता है। साथ ही पूरी फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज भी फार्मासिस्ट डे को फार्मासिस्ट को सपोर्ट करते हैं।।