बाराबंकी जनपद के वन रेंज बाराबंकी अंतर्गत वन दरोगा
पर अवैध कटान करवाने का आरोप लगा है शिकायतकर्ता का आरोप है कि वन दरोगा सतीश मिश्रा हरे-भरे पेड़ों को कटवा रहे हैं और सूखे पेड़ों को काटने के लिए परमिट की मांग कर रहे हैं।
वन दरोगा सतीश मिश्रा पर आरोप है कि वे ठेकेदारों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर हरे-भरे पेड़ों को कटवा रहे हैं। शिकायतकर्ता ने प्रभागीय वन अधिकारी से उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
तो वहीं 25 सितंबर 2025 को रहरामऊ में मोहम्मद मुशीर, मोहम्मद नासिर और मोहम्मद आसिफ की हरी-भरी बाग में 22 पेड़ कटवा दिए गए। इनमें 4 पेड़ कटहल के और बाकी आम के पेड़ थे। पेड़ों को जेसीबी द्वारा उखाड़ दिया गया और मौके पर अभी भी पड़े हैं। इस संबंध में वन दरोगा से जानकारी चाहे तो साफ इनकार करते हैं की बगैर परमिट पेड़ नहीं काटे जाते हैं वन विभाग की मिली भगत से लकड़कट्टे रातों-रात आम की बाग साफ कर देते है इस संबंध में अगर प्रभागीय वन अधिकारी के पास शिकायत की जाती है तो बताते हैं जुर्माना कर दिया गया है मगर वन विभाग के अधिकारी मीडिया कर्मियों को कोई जुर्माना की रसीद नहीं दिखाते हैं योगी सरकार वृक्षारोपण करवा रही है वन विभाग पेड़ों की हत्या करवाने में जुटी हैं बांसा रहरा मऊ बंद पड़ा बड़ागांव पुराना चिकित्सालय के पीछे दो पेड़ आम के मियां के बाग में काटकर नष्ट कर दिया गया वन विभाग कुंभकरण की नींद में सो रहा है जब से वन दरोगा सतीश मिश्रा क्षेत्र में आए हैं तब से लकड़ कट्टों के ऊपर मेहरबान है पुलिस विभाग में अगर कोई दोषी कर्मचारी होता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है मगर वन विभाग में ऐसे अधिकारी के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है इसी कारण वन दरोगा के हौसले बुलंद हैं खबर प्रकाशित होने के बाद देखना है कि दोषियों के ऊपर क्या कार्रवाई होती है अगर वन विभाग ठोस कदम उठाता तो अवैध कटान बंद हो जाता शिकायतकर्ता ने अगर वन दरोगा के खिलाफ कार्यवाही की तो उसे खुलेआम वन दारोगा द्वारा धमकी दी जाती है
शिकायतकर्ता ने जिला वन अधिकारी से मांग की है कि वन दरोगा सतीश मिश्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और अवैध कटान को रोका जाए। वन विभाग ने भी ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करने की बात कही है
फिलहाल बाराबंकी जनपद में अवैध कटान को लेकर जिला अधिकारी बाराबंकी को भी संज्ञान लेना चाहिए आखिरकार इन सभी का जिम्मेदार कौन है¹।