उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में लखनऊ, आगरा और कानपुर मेट्रो रेल परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने राजधानी लखनऊ की आवश्यकता के लिए लखनऊ मेट्रो रेल के विस्तार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेट्रो रेल सेवाओं के विस्तार में निजी क्षेत्र सहयोग को उत्सुक है। हमें उनका सहयोग लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में चारबाग से चौक होते हुए बसन्त कुंज तक मेट्रो रेल के नए चरण के लिए डी0पी0आर0 तैयार कराएं। अण्डरग्राउण्ड/एलिवेटेड की उपयुक्तता का परीक्षण कराएं। यथाशीघ्र प्रस्ताव तैयार कराकर प्रस्तुत करें। यह फेज एक बड़ी आबादी की अत्याधुनिक नगरीय परिवहन की सुविधा से जोड़ने वाला होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में लखनऊ में संचालित हो रही मेट्रो रेल को एक ओर आई0आई0एम0 तक तथा दूसरी ओर एस0जी0पी0जी0आई0 तक विस्तार दिया जाना चाहिए। निजी क्षेत्र की अनेक कम्पनियां इसके लिए सहयोग देने को इच्छुक हैं। ऐसे में हमें पी0पी0पी0 मोड पर विस्तारीकरण के लिए विचार करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेट्रो रेल परिसर में व्यावसायिक गतिविधियों को और प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। पैसेंजर सर्विस और सुरक्षा के लिए पुख्ता इन्तजाम किए जाएं। भूमिगत मेट्रो रेल परियोजनाओं के लिए कार्य करते समय सभी सुरक्षा प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। मानकों का कड़ाई से अनुपालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कानपुर और आगरा में मेट्रो रेल के दो-दो नए फेज पर कार्य जारी है। जनहित के किसी भी प्रोजेक्ट के लिए कोई धनाभाव नहीं है। धनराशि समय पर जारी की जाए। संवाद, समन्वय के साथ तय समयसीमा के भीतर परियोजनाओं को पूरा कराएं। गौतमबुद्धनगर व 17 नगर निगमों में इलेक्ट्रिक बसों तथा ई-रिक्शा को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
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