आर्थिक संकट, महंगाई और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहे पाकिस्तान में पिछले 15 दिन में तीन बड़े आतंकवादी मारे गए हैं। तीनों भारत में मोस्ट वॉन्टेड थे। भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने में इन तीनों की भूमिका काफी बड़ी थी। खासतौर पर जम्मू कश्मीर में कई आतंकी घटनाएं इनके इशारे पर अंजाम दी गईं। तीनों की मौत लगभग एक जैसे ही हुई है। पाकिस्तान की पुलिस इसे टारगेट किलिंग बता रही है। खास बात है कि तीनों को हाल ही में भारत सरकार ने व्यक्तिगत तौर पर आतंकी घोषित किया था।
पाकिस्तान के कराची में सोमवार को कश्मीर के आतंकी संगठन अल-बद्र का कमांडर सैयद खालिद रजा मारा गया। अज्ञात हमलावरों ने उस पर गोलियां चला दीं। खालिद मौत से पहले तक भी कश्मीर में सक्रिय आतंकियों से जुड़ा हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावरों ने खालिद रजा के घर के बाहर ही उसे गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। खालिद राजा कश्मीर में आतंकी कमांडर रह चुका है। इसके बाद वो कराची चला गया। यहां वो फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल का वाइस चेयरमैन बना।
इससे पहले पिछले हफ्ते गुरुवार को हिजबुल मुजाहिद्दीन का टॉप कमांडर बशीर अहमद पीर भी मारा गया था। बशीर अपने घर के पास मस्जिद में नमाज पढ़ने गया था। मस्जिद से बाहर निकलने के बाद वह एक दुकान के पास खड़ा हो गया। इसी दौरान दो हमलावर बाइक से आए और गोली मारकर बशीर की हत्या कर दी।
22 फरवरी को कश्मीर में जन्मे आतंकवादी एजाज अहमद अहंगर की अफगानिस्तान में हत्या हो गई थी। एजाज लंबे समय से इस्लामिक स्टेट के लिए सक्रिय था और भारतीयों पर आत्मघाती हमलों को अंजाम दिलवाता था।