सतीश कुमार
रामसनेहीघाट- बनीकोड़र ब्लॉक क्षेत्र के जरौली गांव में रिटायट शिक्षक शिवदास तिवारी आवास पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन बुधवार पत्रकार विकास पाठक ने कथावाचक को माल्यार्पण कर व अंगवस्त्र भेंटकर कथा शुरू कराई। अयोध्याधाम से पधारे कथावाचक आचार्य दिव्यांशु महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण से रुक्मिणी विवाह कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि प्रेम चिरंतन होता है। उसे भक्ति और श्रद्धा मिलता है। यही कारण है कि योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण के प्रति रुक्मिणी की भक्ति, प्रेम व श्रद्धा ही उन्हें वरण करने पर मजबूर कर दिया। आगे कहा कि पति और पत्नी एक दूसरे के पूरक हैं। इसलिए वैवाहिक संबंध प्रेम की परिणित है। रुक्मिणी एकाग्रता उन्हें भगवान श्रीकृष्ण के सानिध्य की ओर घसीट ले गई। भगवान विवाह की झांकी देख दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। भगवान की गगनचुंभी नारों, शंखनाद, घंटा घड़ियाल गूंज से वातावरण भक्तिमय हो गया। इस मौके पर विशेसर तिवारी, ओमशंकर तिवारी, विकास पाठक, राहुल तिवारी, अजीत तिवारी, अखिलेश शुक्ल, आदि भक्त थे।