संवाददाता मोहम्मद इसराईल शाह आदर्श उजाला गैड़ास बुजुर्ग
सफर ए इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की याद में शुक्रवार को उतरौला के अमिया देवरिया में मस्जिद ए मोहम्मदी से एक जुलूस बरामद हुआ। जुलूस से पहले मजलिस का आयोजन हुआ मजलिस को मौलाना फरमान हैदर जलालपुरी ने खिताब किया मौलाना फरमान हैदर ने बताया कि आज ही के दिन उर्दू तारीख की 28 रज्जब सन 60 हिजरी को पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन अपनी 71 साथियों व परिवार के साथ अपने नाना रसूल अल्लाह के शहर मदीना को छोड़कर उनका दीन बचाने के लिए कर्बला के लिए रवाना हुए थे जो की 6 महीने का सफर तय करते हुए दो मोहर्रम सन 61 हिजरी को सरजमीन ए कर्बला पहुंचे थे अंत में उन्होंने हजरत इमाम हुसैन और 72 साथियों का शहादत का जिक्र किया तो सभी की आंखें नम हो गई जुलूस में अंजुमन हुसैनिया के नोहा खानों ने परदर्द नोहा पेश किया जिस पर मातमदरों ने मातम कर अकीदत पेश किया जुलूस में अलम अमारी व ज़ुल्जेनाह के साथ भारी संख्या में लोगों लोगों ने नोहाख्वानी सीन जानी किया जुलूस में मौलाना ज़ायर अब्बास ,गुलफाम, अली अंसार,फरमान, कासिम ,मोहम्मद फुरकान, अली सलमान ,नाजिम ,मोहम्मद मोहसिन ,सदाकत ,मोनिस ,साजिद, राशिद , अली मोहम्मद , साजिब, तमाम लोग मौजूद रहे इस दौरान जुलूस अपने तय रास्ते से होता हुआ दरगाह अबुल फजलिल अब्बास पर पहुंचा जहां पर मौलाना ज़ायर अब्बास ने खुतबा दिया।