जिला संवाददाता मोहम्मद अली शाह
बलरामपुर-उतरौला ,भगवान भरोसे चल रहा है उतरौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे मरीज के लिए ना दवाई उपलब्ध है ना ही कोई अल्ट्रासाउंड तकनीशियन है ना ही कोई चाइल्ड स्पेशलिस्ट है ऐसे में सवालिया निशान यह है की उतरौला निवास करने वाले लोग कहां जाएं दूसरी तरफ उतरौला में प्राइवेट अस्पताल व पैथोलॉजी की बाढ़ से आ गई है गरीब लोगों को जांच के नाम पर लूटा जाता है ऐसे में उनके पास एक ही विकल्प था सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकिन यहां भी पर्याप्त मात्रा में सुविधा न मिल पाने पर नगर के लोग काफी परेशान हैं जहां एक तरफ स्वास्थ्य विभाग मंत्री कई जिलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते नजर आ रहे हैं पर उतरौला के डॉक्टर व कर्मचारियों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा कुत्ता काटने पर या बंदर काटने पर जो इंजेक्शन लगना चाहिए वह भी यहां पर उपलब्ध नहीं रहता सालों पहले मोतियाबिंद का ऑपरेशन गरीबों के लिए निशुल्क किया जाता था जो कई वर्षों से बंद पड़ा है ऐसे में नगर के समाजसेवियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से कार्रवाई की गुहार लगाई है