मुख्य सचिव ने उच्च शिक्षा विभाग के निर्माणाधीन विश्वविद्यालयों एवं परियोजनाओं की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की।

 

लखनऊ: मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने उच्च शिक्षा विभाग के निर्माणाधीन विश्वविद्यालयों एवं परियोजनाओं की अद्यतन प्रगति की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं को माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय-सहारनपुर, राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय-अलीगढ़, महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय-आजमगढ़ का कार्य 31 जनवरी, 2024 तक पूर्ण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जननायक चन्द्रशेखर बलिया विश्वविद्यालय-बलिया के कार्य में प्रगति लायी जाये और सभी निर्माण कार्यों को 31 मार्च, 2024 तक पूर्ण कराया जाये।
उन्होंने कहा कि प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैय्या) विश्वविद्यालय-प्रयागराज के पुनरीक्षित आगणन की आईआईटी से वेटिंग का कार्य समन्वय स्थापित कर शीघ्र पूरा कराया जाये, ताकि पुनरीक्षित आगणन को स्वीकृति प्रदान की जा सके। अरबी-फारसी विश्वविद्यालय-लखनऊ के द्वितीय चरण में ऑडिटोरियम, टेनिस कोर्ट एवं वॉलीबॉल कोर्ट का कार्य शीघ्र आरम्भ कराया जाये।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय-लखनऊ में सावित्रीबाई फुले के नाम से गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण 98 प्रतिशत पूर्ण होने की जानकारी दिये जाने पर मुख्य सचिव ने कार्यदायी संस्था को हॉस्टल को इस माह के अंत तक विश्वविद्यालय को हस्तांतरित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय-वाराणसी परिसर के चारों ओर नई चहारदीवारी का कार्य हर हाल में आगामी 31 मार्च, 2024 तक पूर्ण कराया जाये।
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ कतई समझौता न किया जाये। उन्होंने कहा कि कार्यदायी संस्थाओं से ईयूसी प्राप्त करने की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जाये, ताकि ईयूसी प्राप्त होने पर सम्बन्धित कार्यदायी संस्था को धनराशि भेजने में विलम्ब न हो और कार्य समय से पूरा हो सके। उन्होंने सभी निर्माणाधीन विश्वविद्यालयों में रुफटाफ सोलर प्लांट लगवाने की भी अपेक्षा की।
बैठक में बताया गया कि लखनऊ विश्वविद्यालय के पुराने परिसर में स्थित सुभाष हॉस्टल के मरम्मत का कार्य 100 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय-जौनपुर के अन्तर्गत चाइल्ड केयर सेण्टर के निर्माण की भौतिक प्रगति 65 प्रतिशत है। डॉ0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या में आवासीय भवनों, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी परिसर में तीन मंजिला भवन के उर्ध्व विस्तार (तृतीय तल के ऊपरी भाग में), बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में चहारदीवारी व फार्मेसी का निर्माण कार्य प्रगति पर है। संपूर्णानंद संस्कृति विश्वविद्यालय-वाराणसी के सरस्वती भवन एवं शताब्दी भवन के जीर्णोद्धार हेतु उ0प्र0 आवास एवं विकास परिषद को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है।
बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा महेन्द्र प्रसाद अग्रवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण तथा कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे। वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सम्बन्धित विश्वविद्यालय के पदाधिकारीगण बैठक में उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *