आदर्श उजाला ब्यूरो, पीलीभीत।
पीलीभीत के बिलसंडा थाना क्षेत्र के गांव रामपुर अमृत में खेत में लगे पीपल के विशालकाय पेड़ को काटे जाने के मामले में हिंदू संगठन राष्ट्रीय योगी सेना के कार्यकर्ताओं ने रोष जताते हुए ठेकेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। बताते हैं कि गांव किनारे खेत में लगे प्रतिबंधित और हिंदू धर्म में आस्था के का प्रतीक कहे जाने वाले पीपल के पेड़ को लकड़ी माफियाओं ने वनविभाग के एक वनरक्षक से सांठगांठ के चलते बगैर परमिट के ही रातों-रात काट डाला गया।मामले में ग्रामीणों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई।मौके पर पहुंची पुलिस को देखकर लकड़ी माफिया भाग गए।रविवार को वन विभाग द्वारा मामले में अनभिज्ञता जताते हुए जांच किए जाने की बात की गई।पेड़ के छटान किए जाने की बात कहकर इतिश्री कर ली गई।वही जब पीपल के काटने का मामले की हिन्दू संगठन राष्ट्रीय योगी सेना के कार्यकर्ताओं को हुई तो इस मामले में विभागीय अधिकारी वन क्षेत्रधिकारी रोहित जोशी से संगठन के जिला अध्यक्ष सुमित शर्मा व जिला संयोजक विभांशु शुक्ला ने कड़ा रोष जताते हुए ठेकेदार पर कार्यवाही की मांग की।साथ ही सम्बंधित मामले पर ज्ञापन सौंपा।मामला थाना क्षेत्र के गांव रामपुर अमृत में बरसों पुराने विशालकाय पीपल के पेड़ को गांव के ही एक व्यक्ति ने ठेकेदार के हाथ बिक्री कर दिया।जबकि मिली जानकारी अनुसार खेत में लगे इस पेड़ की ग्रामीणों द्वारा पूजा भी की जाती है। बताते हैं कि लकड़ी माफियाओं ने वन विभाग के ही एक वन कर्मचारी से सांठ गांठ कर रातों-रात पेड़ काटना शुरू कर दिया। गांव के ही लोगों ने मामले की शिकायत विभागीय अधिकारियों से ट्वीट के माध्यम से की।मामले में हिंदू संगठन के हस्तक्षेप के बाद हरकत में आए वन विभाग ने लकड़ी कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी। उधर हिंदू धर्म का पूजनीय पेड़ पीपल काटने से हिंदू संगठनों में रोष व्याप्त है।