तालाब व जलमग्न की जमीन पर किये गए अबैध कब्जे का ग्रामीणों ने खुलकर किया विरोध व प्रदर्शन।

 

कुछ दबंगो के द्वारा किया जा रहा है जबरन तालाब व जलमग्न पर कब्ज़ा।

दबंगों की दबंगई आयी खुलकर सामने।

शिकायत करने के बाद भी नहीं खाली किया जा रहा है तालाब व जलमग्न के हिस्से की जमीन।

कुछ लोंगों की दबंगई के चलते तालाब व जलमग्न का अस्तित्त्व खत्म होने की कागार पर।

समय रहते यदि नहीं की गयी कोई कार्यवाही तो गाँव वालों के घर का पानी निकलना हो जायेगा दुस्वार।

ग्रामीणों का कहना है कि शिकायत के बाद अधिकारी व कर्मचारी आते हैं लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हैं करते।

कार्यवाही न होने से ग्रामीणों में है काफी आक्रोश व खुलकर किया विरोध।

क्षेत्रीय लेखपाल भी तालाब व जलमग्न की जमीन को खाली न करवाने के बजाय 22 बी करने की कर रहे हैं बात।

ग्रामीणों के द्वारा क्षेत्रीय लेखपाल पर सीधे लगाया जा रहा है आरोप।

जब तहसीलदार उतरौला से बात की गयी तो उन्होंने तालाब व जलमग्न की जमीन को खाली कराने की कही है बात।

अब देखना यह है कि क्या तालाब व जलमग्न की जमीन ग्रामीणों के हित के लिए किया जायेगा खाली या फिर इस मामले की लीपा-पोती करके किया जायेगा ख़त्म।

यह मामला जनपद बलरामपुर तहसील उतरौला के अंतर्गत ग्रामसभा मगईपुर के मजरा प्रेमनगर का है।

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