शिकायत पर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में निजी अस्पताल को कराया बंद
आदर्श उजाला ब्यूरो, पीलीभीत।
शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मजिस्ट्रेट के साथ निजी अस्पताल पर छापामारा। इस दौरान तमाम खामियां मिलीं। संचालक मौके पर अस्पताल से संबंधित दस्तावेज नहीं दिखा सका और न ही कोई संतोषजनक जबाब दे पाये। इसपर अस्पताल पर तालाबंदी की कार्रवाई कर दी गई। एमओआईसी ने संचालक को 24 घंटे के अंदर दस्तावेज दिखाने का अल्टीमेटम देने के साथ क्लीनिक को सील करने की चेतावनी दी।मामला पूरनपुर के ब्लाक रोड पर स्थित पीरानी मजार के पास चल रहे केयर अस्पताल का है। नगर के मोहल्ला रजागंज के इरशाद की पत्नी साहिस्ता बी ने अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। इसमें कहा कि चार नबंवर को अचानक पेट में दर्द होने पर केयर अस्पताल में जाकर महिला डॉक्टर को दिखाया था। उन्होंने अल्ट्रासाउंड कराया और डेढ़ माह का गर्भ खराब होने की जानकारी देकर सफाई कराने को कहा। जिसका खर्च 15 हजार रुपये बताया। उन्होंने साढ़े 13 हजार रुपये लेकर गर्भ की सफाई कर दी। आरोप है कि उपचार में लापरवाही होने से ब्लीडिंग होने लगी। तबियत अधिक बिगड़ने पर दोबारा अस्पताल गए, लेकिन उन्होंने अभद्रता कर भगा दिया। इसपर पीलीभीत के एक निजी अस्पताल में उपचार कराया। एमओआईसी डॉ. अनिकेत गंगवार ने बताया कि महिला की शिकायत पर गुरुवार को नायब तहसीलदार ऋषि कुमार, महिला अस्पताल के चीफ फॉर्मासिस्ट सुशांत हलधर आदि के साथ अस्पताल जाकर जांच पड़ताल की। इस दौरान अस्पताल में अन्य कई खामियां देखने को मिलीं। संचालक द्वारा मौके पर अस्पताल से सबंधित दस्तावेज नहीं दिखाए गए। अस्पताल को बंद करा दिया गया है। संचालक से 24 घंटे के अंदर अस्पताल से संबंधित दस्तावेेज तलब किए गए हैं। निर्धारित समय में कागजात न दिखाने और आरोप का संतोषजनक जवाब न देने पर अस्पताल को सील कर दिया जाएगा।