जिम्मेदार अधिकारी नही दे रहे ध्यान, माफियाओं के खिलाफ कब चलेगा बुल्डोजर
आखिर क्यों? भू-माफियाओं पर कार्यवाही करने से कतरा रहा प्रशासन
आदर्श उजाला ब्यूरो, पीलीभीत।
एक ओर जहां सरकार द्वारा भू माफियाओं के लिए शिकंजा कसती जा रही है, वहीं कुछ जगह दूसरी ओर भू माफिया कब्जा की हुई जमीन को छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अवैध कब्जे पर किए गए निर्माण को बुलडोजर चलाकर गिरवा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ देखो भूमाफिया ग्राम समाज की भूमि पर कब्जा कर अवैध निर्माण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पूरनपुर तहसील क्षेत्र के जोगराजपुर में भू-माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। माफियाओं को शाशन प्रशासन का कोई भय नही है। जोगराजपुर में पुरानी बाजार में ग्राम समाज की जमीन पर पुराने समय से भू-माफियाओं में कब्जा कर रखा है। वही गांव के ग्रामीणों के मुताबिक भू माफिया सरकारी जमीन पर कब्जा कर कुछ जमीन की बिक्री भी कर चुके हैं। शेष बची जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य करना चाह रहे हैं। लेकिन अधिकारियों द्वारा इस पर ध्यान नही दिया जा रहा है। गांव के बुजुर्ग ग्रामीणों द्वारा बताया गया है कि 1992 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह जी के शासनकाल में गांव गांव हिंदी रात्रि चौपाल लगाई जाती थी।तथा क्षेत्र की जनता की समस्याएं सुनी जाती थी। इसी क्रम में जिलाधिकारी के साथ जिले के सभी विभाग के अधिकारी मौजूद रहते थे।उस समय 94 गांव जिला शाहजहांपुर के अंतर्गत आते थे। जो वर्तमान में अब पीलीभीत जिले में है। नवंबर माह 1992 में जोगराजपुर स्थित सेवाराम नत्थू लाल इंटर कॉलेज में जिलाधिकारी राहुल भटनागर के नेतृत्व में चौपाल लगाई गई थी। उसी चौपाल में पुरानी बाजार गाटा संख्या 100 जिसका रकबा 3 एकड़ 5 ढिसिमिल था। उस जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। इस मामले को ग्रामीणों द्वारा प्रमुखता से जिलाधिकारी के समक्ष उठाया गया था। जिलाधिकारी ने सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त करने के निर्देश भी दिए थे। इसके बावजूद वर्षो का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक जोगराजपुर में यह सरकारी जमीन कब्जा मुक्त नहीं हो सकी है। ग्रामीण बताते हैं कि सरकार बदलती रही कभी सपा तो कभी बसपा की सरकार बनती रही क्षेत्र की जनता ने सोचा कि अब इस शासन काल में यह जमीन कब्जा मुक्त नहीं हो सकती । इसके बाद प्रदेश में जैसे ही भाजपा की सरकार बनी और मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ सामने आए तो लोगों में एक विश्वास जागा। कि भाजपा सरकार में अब यह जमीन अवश्य ही भू माफियाओं के चंगुल से छूट जाएगी। लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक उस जमीन पर भू माफियाओं के खिलाफ कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया। सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही नही किए जाने से प्रशासन के उपर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। जमीन पर भू-माफियाओं द्वारा कब्जा कर ली गई है। लेकिन प्रशासन अभी भी खाली करवाने में नाकाम साबित हो रहा हैं। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या प्रशासन यह सरकारी जमीन को भू माफियाओं से कब्जा मुक्त करा पाएगी? यह तो अधिकारियों की जांच का विषय है। अब देखना है कि जिम्मेदार अधिकारी इस मामले की जांच कर क्या कार्यवाही करते हैं।
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वर्जन बॉक्स
मामले पर जानकारी करने के लिए उपजिलाधिकारी पूरनपुर के सरकारी नंबर पर फोन किया गया। लेकिन उनका फोन रिसीव नही हो सका। इसलिए उनसे मामले की जानकारी नही की जा सकी।
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वर्जन बॉक्स
लेखपाल शिशुपाल यादव से बात की गईं तो उन्होंने बताया कि पूर्व में इस जगह पर पुरानी बाजार लगती थी। यह ग्रामीणों द्वारा बताया गया है। वर्तमान के रिकॉर्ड में यह जमीन आबादी में हैं। मामला संज्ञान में आने पर उपजिलाधिकारी के निर्देश पर मेरे द्वारा जांच की गई है। जगह पर चल रहे निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया है। जल्द ही जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।
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