मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित होने के बाद और शारदीय नवरात्र से पहले महिला सशक्तिकरण की ओर एक महत्वपूर्ण एलान किया। उन्होंने सोमवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान हर जिले में महिला थाना के शवा एक अन्य थाने के प्रभारी का पद महिला के लिए आरक्षित करने की व्यवस्था तत्काल लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर थाना, सर्किल, जिला, रेंज और जोन सरकार के सीधी निगरानी में है। कहीं पर लापवाही मिली तो संबंधित पुलिस कर्मी का पद भी जाएगा और सेवा भी समाप्त होगी । प्रदेश के कई जिलों में हाल में हुई आपराधिक घटनाओं से नाराज मुख्यमंत्री ने कड़े तेवर दिखाते हुए एक दर्जन से अधिक जिलों के पुलिस के कप्तान, वाराणसी और प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर को जमकर फटकार लगाई। उनसे घटनाओं के संबंध में की गई कार्रवाई की धीमी प्रगति पर जवाब भी मांगा। मुख्यमंत्री ने अंबेडकर नगर, हाथरस, चंदौली, ललितपुर, कासगंज, बलरामपुर, महोबा, महराजगंज, अयोध्या, चित्रकूट, झांसी, सुल्तानपुर जिलों के पुलिस कप्तानों की कार्यप्रणाली पर असंतोष जताया और आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने पुलिस कप्तानों और पुलिस कमिश्नरों को दागी छवि वाले पुलिस कर्मियों को थाने व सर्किल का प्रभार न देने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने पहली बार थानेदारों से संवाद किया।