अब तक पूरी नहीं हुई पिपरा याकूब हित लाल डीह से रुखी बनई तक जाने वाली सड़कें पिछले कई वर्षों से जगह-जगह टूट कर गड्ढे में तब्दील हो गई है ग्रामीणों ने बताया रामदीन वर्मा चौकीदार राजमन गंगाराम बृक्षराम बाड़े बाबू रहीमुदीन कहना है कि आने जाने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जैसे स्कूल के बच्चे बस में आते जाते हैं उस गड्ढे से हर दम खतरा बना रहता है और बरसात के मौसम में जलभराव होने के कारण राहगीरों को जान जोखिम में डालकर सफर का रास्ता तय करना पड़ता है जर्जर सड़क पर राहगीरों का चलना दुभर हो गया है रात के समय राहगीरों गिरकर चोटिल हो जाते हैं दर्जनों ग्रामीणों ने आवाज उठाया की उतरौला गोंडा मार्ग से लेकर पिपरा याकूब बनाई तक जाने वाली 3 किलोमीटर तक लंबाई सड़क पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है सड़क की चौड़ाई कम होने से दो वाहनों का निकलना मुश्किल हो रहा है ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सड़कों की मरम्मत के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए का बजट विभागों में आता है उसके बावजूद सड़कों का हालत देखकर ऐसा लगता है की बजट सिर्फ मंत्र फाइलों में ही पूरी हो जाती है सरकार का गड्ढा मुक्त सड़क का अभियान दम तोड़ नजर आ रहा है लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते सड़क रोड गड्ढे में तब्दील हो चुका है गड्ढा होने के कारण वाहनों और राहगीरों को जान को जोखिम में डालकर आवागमन करना पड़ता है संवाददाता जान मोहम्मद जिला बलरामपुर