धर्मेंद्र कुमार पहला सीतापुर
पहला ब्लाक के ग्राम पंचायत जमुना डीह में जिम्मेदारों के चलते पंचायत भवन में लटक रहा ताला आपको बता दें ,कुछ समय पहले ग्रामीणों को आय,जाति,निवास प्रमाण पत्र विधवा पेंशन, खतौनी जैसे कार्यों को लेकर इधर उधर दुकानों पर भटकना पड़ता था। जिसको देखते हुए उत्तर प्रदेश की सरकार ने लाखों रुपए की धनराशि को खर्च करते हुए हर ग्राम पंचायतों में कंप्यूटर की व्यवस्था कुर्सियों की व्यवस्था पंचायत भवन में कैमरे की व्यवस्थाएं और पंचायत सहायक को रखकर ऑनलाइन जैसे कार्य से ग्रामीणों को समस्याओं से निजात दिलाने के लिए लाखों की धनराशि खर्च किया ।लेकिन सरकार के द्वारा धनराशि निकाल कर गमन तो की जा रही है। लेकिन जमीनी स्तर पर ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। एक ऐसा मामला जमुना डीह का सामने निकल कर आ रहा है। जहां पर पंचायत सहायक के नाम पर जून महीने में तीन किस्तों में ₹60000 निकाल लिया गया ।पहली किस्त में ₹18000 की धनराशि ,दूसरी किस्त में 12000 की धनराशि ,तीसरी किस्त में 30000 की धनराशि का भुगतान जून महीने में ही किया गया। फिर भी ना जाने क्या कारण है की पंचायत सहायक पंचायत भवन में ना बैठ कर पंचायत घर में ताला लगा कर अपने घर में ही बैठना पसंद करते हैं ।क्या सरकार के द्वारा पंचायत सहायकों को घर में बैठने के लिए तनख्वाह दी जाती है ?या फिर पंचायत भवन में बैठकर जनता की समस्याओं का निदान करने के लिए रखा गया है ।अब देखना यह है कि इस ग्राम पंचायत में पंचायत सहायक और प्रधान की मनमानी इसी तरह चलती रहेगी या फिर पंचायत भवन का ताला खुलवाया जाएगा।