उतरौला(बलरामपुर) मुहर्रम अंजुमन वफ़ाये अब्बास के तत्वधान में रेहरा माफ़ी ईमामबारगाह मरहूम इब्ने हसन में एक भव्य मजलिस का आयोजन किया गया मजलिस से पूर्व अबरार बलरामपुरी,शुजा उतरौलवी,नदीम हैदर,फ़राज़ अब्बास,अमान,दबीर,वली,ज़ैद, एमाद ने अपने कलाम पेश किए।
*आदर्श उजाला संवाददाता मोहम्मद इसराईल शाह (गैंडास बुजुर्ग) उतरौला/ बलरामपुर।*
लखनऊ से आए हुए मौलाना मुहम्मद अब्बास ने मजलिस को सम्बोधित करते हुए कहा कि दीने इस्लाम मुहब्बत भाईचारा अमन और शांति का धर्म है कर्बला की जंग सत्य और असत्य हिंसा और अहिंसा के बीच की जंग थी कर्बला की जंग विचारों की जंग थी जहां एक ओर हज़रत इमाम हुसैन अपने नाना के दीन की सही परिभाषा लोगों तक पहुंचा रहे थे वहीं दूसरी ओर यज़ीद दीने इस्लाम में तमाम तरह की बुराइयों को धर्म का हिस्सा बनाना चाहता था और दुनिया से दीने इस्लाम को मिटाना चाहता था।
इमामे हुसैन ने कर्बला के मैदान में अपने बहत्तर साथियों के साथ शहीद होकर रहती दुनिया तक लोगों को ये पैग़ाम दे दिया कि हक़ के मार्ग पर चलने वाले ज़ालिम के सामने कभी सर नहीं झुका सकते हैं।
अंत में उन्होनें इमाम हुसैन की बहन हज़रत जैनब के दो मासूम बच्चों की शहादत का विस्तार पूर्वक वर्णन किया, तो वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं।
मजलिस के उपरांत जब बच्चों के ताबूत इमाम बारगाह बरामद हुए तो वातावरण पूरी ग़मगीन हो गया हर ओर से हाय औन हाय मुहम्मद की सदाएं आने लगीं
अंजुमने वफ़ाए अब्बास की नौहा ख़्वानी के बाद अंजुमने क़मरे बनी हाशिम उतरौला ने अपने बेहतरीन अंदाज़ में नाैहाख़्वानी और सीनाज़नी की जिसमें सलीम बलरामपूरी,शारिब रिज़वी,मुस्ययब जाफ़री,हिलाल रिज़वी,अली हसन जाफ़र, मोहसिन रिज़वी,अली जाफ़री शामिल रहे
जुलूस में ताबूत अलम की ज़ियारत के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी जिनके लिऐ जगह जगह पानी शरबत चाय तबर्रुक की व्यवस्था रही जिसमे ज़ुहैर अब्बास मुहम्मद राशिद आमिर अब्बास ज़ियाउल रिज़वी और मुहम्मद आलिम ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया खुशहाल रिज़वी की सबीले हुसैनी वैन भी जुलूस में लोगों को को पानी पिलाती नज़र आ रही थी
पिछले साठ सालों से उठने वाला ये ताबूत अपने विभिन्न मार्गों से चलकर इमामबारगाह मरहूम मुहम्मद ज़ाहिद से होता हुआ देर रात इमामबारगाह मरहूम हसन जाफ़र पहुंच कर सम्पन हुआ
इस अवसर पर मौलाना शम्स तबरेज़,इरफ़ान हैदर,अली जाफ़र,इमामिया ट्रस्ट के अध्यक्ष ऐमन रिज़वी,तौसीफ़ हसन,अनीस रज़ा,किश्वर रिज़वी अनिल,समीर रिज़वी,तौक़ीर हसन,अली नवाज़, इमरान सैफ अली रिज़वी सलमान अब्दी हानी जाफरी अम्बर रिज़वी अलीनवाज रिज़वी अरीश रिज़वी जाफरी,अब्बास जाफ़र,अंजुम रिज़वी,अली शाहनशाह,मोजिज़ अब्बास,अजमल रिज़वी,ज़ैन जाफरी,अली मुर्तुजा,मुहम्मद सालिम,असगर अब्बास,कैफ़ी रिज़वी,अहसन मुर्तुजा,नदीम हैदर,आदि अब्बास,अता अब्बास,यासूब अब्बास के अलावा उतरौला अमया देवरिया और ग्रामीण क्षेत्रों के भारी संख्या में लोग मौजूद रहे!