आंगनबाड़ी केंद्रों का मूल कार्य याद रखें, हॉट कुक्ड फूड योजना के तहत नब्बे प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण, दिसम्बर अंत तक शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया जाए : ज़िलाधिकारी

बाराबंकी, 12 दिसम्बर। ज़िलाधिकारी श्री सत्येंद्र कुमार ने कहा कि इस माह के अंत तक जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों आदि से हॉट कुक्ड फूड वितरण का कार्य सुनिश्चित कर लिया जाए। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत अभी तक जनपद के 90 प्रतिशत से अधिक केंद्रों से कुक्ड फूड वितरण का कार्य शुरू किया जा चुका है, इसे शत प्रतिशत इस माह के अंत तक सुनिश्चित किए जाने का लक्ष्य है।
ज़िलाधिकारी की अध्यक्षता में आज लोक सभागार में ज़िला पोषण समिति, एमडीएम एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार वि्भाग की प्रगति की समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती एकता सिंह समेत अन्य समस्त सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे। ज़िलाधिकारी ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों को पहले न्यूट्रीशन केंद्र और फिर एजुकेशन केंद्र के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस माह के अंत तक हॉट कुक्ड फूड वितरण की व्यवस्था हो जाने के बाद अगले माह इन केंद्रों पर क्या और कैसे पढाया जाए, इस की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि नेशनल बुक ट्रस्ट से आए किताबों के सेट के अलावा अन्य किताबों द्वारा बच्चों को प्री प्राइमरी स्कूलों की तर्ज पर पढ़ाई को सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कुक्ड फूड वितरण की व्यवस्था का सभी तहसीलों में ब्लॉक वार इन केंद्रों का औचक निरीक्षण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में शिथिलता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के सृजन के जो छह मूल उद्देश्य थे, उन पर कोई समझौता न किया जाए।
बैठक में ज़िलाधिकारी श्री सत्येंद्र कुमार ने कहा कि कुपोषित बच्चों को पोषण समय पर उपलब्ध कराने की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को पूरी निष्ठा से लागू किया जाए और उनका डाइट चार्ट भी सभी को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि पोषण वितरण निर्धारित समय पर ही वितरित किया जाए। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वितरण का यह अर्थ नहीं है कि महिला और किशोरी योजनाओं की उपेक्षा कर दी जाए, वे योजनाएं पूर्ववत लागू रहेंगी। बैठक में निपुण स्कूलों के सम्बंधित प्रधानाचार्य आदि को विकसित भारत संकल्प यात्रा में सम्मानित करने के सम्बंध में भी चर्चा की गई। ज़िलाधिकारी ने निर्देश दिए कि स्कूलों की निर्धारित ग्रेडिंग आदि के कार्यों के लिए संवेदनशील होकर कार्य करें, बच्चों को निपुण बनाने के लिए शासन से जो मानक तय किए गए हैं, उनका कड़ाई से अनुपालन कराया जाए। उन्होंने कहा कि जो स्कूल निपुण नहीं हो पाए हैं, उनको निपुण बनाने के लिए सार्थक प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि इसकी प्रक्रिया को सूक्ष्मता से पढ़ कर उस पर अमल किया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यालय विकास योजना के तहत सभी निर्धारित कार्य ससमय किए जाएं। बैठक में ज़िलाधिकारी को अवगत कराया गया कि जनपद के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षण योजना तथा शिक्षण सामग्री की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई जाए।

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