महायज्ञ के मुख्य यजमान मैकूलाल यादव.शिव कुमार वर्मा ने बताया कि कलश यात्रा में शामिल होने के लिए सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रदालुओं की भीड़ उमड़ने लगी थी। कलश यात्रा दिगम्बर नाथ मंदिर परिसर में से शुरू हुई और सिस्वारा चंदनपुर होते हुए बड़ा गाव मसौली के रास्ते कल्याणी नदी पर पहुंची जहां वरुड़ देव जी की पूजा के बाद जलबोझी कर पुन: मंदिर परिसर में पहुंची। वैदिक मंत्रोचार के साथ कलश की स्थापना कर पहले दिन भोले नाथ की पूजा की गई। इस दौरान सभी श्रद्धालुओं द्वारा कलश यात्रा में खूब जम के पुस्पो की वर्षा की गई साथ ही में यज्ञ की पूजा-अर्चना की जा रही है। तो वहीं कलश स्थापना के साथ लोग भक्ति भावना में लीन हो गए हैं। मौके पर भक्तों के जयकारा वा शिव के प्रसिद्ध भजनों से पूरा ग्रामीण क्षेत्र गुंजायमान हो गया है कलश यात्रा में शामिल युवाओं की भीड़ पूरे उत्साह के साथ शिव जी के उदघोष करते चल रहे थे। मौके पर यज्ञाचार्य विनोदाचार्य एवं मुख्य यजमान सपत्नि मैकूलाल यादव, शिवकुमार वर्मा, राजेश कुमार,हरिश्चंद्र विजेंद्र राकेश सहित सभी नवयुवक दल के सदस्य मौजूद थे।