नवाबगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के शिव मंदिर पर किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला महामंत्री नीलम श्रीवास्तव तथा संचालन मीरा ने किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन जनपद गोंडा के पूर्व जिला अध्यक्ष अनामिका पाण्डेय ने कहा कि महंगाई को ध्यान में रखते हुए केंद्र और राज्य सरकार को कार्यकत्री सहायिका के मानदेय को बढ़ाना चाहिए सभी सुविधाएं तो दूर मृत कार्यकत्री को आज तक कोई क्लेम नहीं मिला, सेवानिवृत्त कार्यकत्री को ग्रेच्युटी नहीं मिल रही है। स्वास्थ्य विभाग में जन जन तक स्वास्थ्य पहुंचाने वाली आशा हमेशा प्रोत्साहन राशि को लेकर परेशान रहती हैंं, स्कूलों में खाना देने वाली रसोईया लगातार शोषण की शिकार हो रही है और गांव में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं विभागीय लापरवाही से उपेक्षित है। इसके लिए एकजुट होकर सभी को संघर्ष करने की आवश्यकता है। स्कीम वर्कर समन्वय समिति देवीपाटन मंडल के संयोजक दिलीप शुक्ला ने उपस्थित सभी महिला कर्मियों का आह्वान करते हुए कहा कि 10 जुलाई को पूरे प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर आंगनबाड़ी बहनें, आशा बहने रसोईया बहनें महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी बहने संयुक्त रूप से अपनी अपनी समस्याओं को लेकर माननीय प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को मांग पत्र विरोध प्रदर्शन करके उप श्रम आयुक्त देवीपाटन मंडल गोंडा के माध्यम से भेजेंगे तथा स्थानीय स्तर की समस्याओं के समाधान के लिए माननीय जिलाधिकारी गोंडा को भी मांग पत्र दिया जाएगा जिसके लिए पूरे मंडल में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। वर्तमान समय में महंगाई को दृष्टिगत रखते हुए सरकार को तत्काल सभी को प्रोत्साहन राशि समय से देने बिंदुवार आशा का भुगतान दोगुना करने आंगनबाड़ी कार्यकत्री सहायिका मिनी आंगनबाड़ी को न्यूनतम वेतन की परिधि में लाने रसोईया को न्यायालय के आदेशानुसार 10000 प्रतिमाह न्यूनतम वेतन देने समूह से जुड़ी महिलाओं को जिन्हें मनरेगा में मेट की नियुक्ति मिली है। बैंक सखी हैं बीसी सखी हैं विद्युत सखी हैं समूह सखी हैं स्वास्थ्य सखी हैं इन्हें समय से मानदेय देने समूह द्वारा राशन वितरण का पैसा खाते में भेजे जाने की मांग उठाई जाएगी। कार्यशाला में मुख्य रूप से सन्नो, सुभद्रा, सरोज, ममता, उषा, हेमलता, कुसुमा भारती, रामावती, सुमन मौर्या, वनदेवी, सुशीला देवी, अनामिका, सीमा, रीता, कुसुम, कौशल्या, किरण, आरती, नीलम, रिंकी उपस्थित रहे।