महिला तहसीलदार ने स्कूली बच्चों की दुर्घटना मे हुई मौत पर रात में ही भिजवाया सहायता देने संबंधी पत्र।
रामनगर। मदरहा की एक व ,पर्वतपुर की दो बालिकाओं की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के मामले में मुख्य मंत्री विवेकाधीन कोष से सहायता देने के लिए दुर्घटना की रात में ही तहसीलदार ने डी एम को पत्र भेज दिया।यही नही एस डी एम रामनगर पवन कुमार व तहसीलदार महिमा मिश्रा ने अस्पताल पंहुच कर घायलों के इलाज की जानकारी भी ली ।तहसीलदार तो अस्पताल से सीधे मृतक बालिकाओं के गांव भी गई और रात तीन बजे वंहा से तहसील लौटी और सहायता संबंधी पत्र टाइप करा कर डी एम को मेल कराया। इस घटना को जो भी सुनता दुखी हो रहा था ।तहसील बार ऐसोसिएशन ने ग्राम न्यायालय के जज रोहित शाही की उपस्थित में दो मिनट का मौन रख कर मृतक आत्माओ की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
सूरतगंज क्षेत्र में हरक्का कम्पोजिट विद्यालय के स्कूली बच्चों कामिनी उम्र 15 निवासी मदरहा,सुभी मिश्रा उम्र 12 निवासी पर्वत पुर,मानसी उम्र 13 निवासी पर्वतपुर तहसील रामनगर की बस दुर्घटना में हुई मौत के बाद तहसील रामनगर के अधिकारी।काफी सक्रिय रहा और तहसीलदार महिमा मिश्रा ने रात मे ही अस्पताल पहुंचने के साथ मृतक बच्चों के गांव जाकर मृतक परिवार वालों को सांत्वना दी। वंहा से लौट के वे तहसील आई और रात में ही मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता देने के लिए पत्र टाइप करा कर डी एम को मेल कराया। सुबह अंतिम संस्कार में एस डी एम पवन कुमार, नायब तहसीलदार राम जीत यादव व राजस्व निरीक्षक शामिल हुए। उक्त घटना को जिसने भी जाना दुख प्रकट किया। घटना के संबंध में महिला तहसीलदार की संवेदनशीलता भी देखने को मिली जिन्होंने रात मे ही तहसील मे सहायता संबंधी पत्र टाइप कराकर भिजवाया।तहसीलदार ने बताया कि इस घटना से उनका दिल बहुत दुखी है । मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता के लिए एसडीएम पवन कुमार की तरफ से पत्र जिलाधिकारी को रात मे ही भेजा गया है जिसे डी एम ने शाशन भेज दिया है।।उम्मीद है कि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सहायता मिल जाएगी।