बाराबंकी।मानव जीवन के लिए पर्यावरण संरक्षण बहुत जरूरी है जिसमें वर्षों की वृक्षों की अहम भूमिका है आज बड़ी तेजी से वृक्षों का अंधाधुंध कटान हो रहा है दूसरी ओर भवनों, फैक्टरियों व कल कारखानों का निर्माण तथा बढ़ती मोटर गाड़ियों के धुएं से बहुत तेजी से प्रदूषण बढ़ता जा रहा है जो मानव जीवन के लिए बहुत बड़ा खतरा है वहीं जल को भी प्रदूषण से बचाना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है। उक्त विचार जनेस्मा पीजी कॉलेज के हिंदी विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर व राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला नोडल अधिकारी डॉ.अनिल कुमार विश्वकर्मा ने राम सेवक यादव पीजी कॉलेज चंदौली की राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के छठे दिन के बौद्धिक सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किया।
सभा की अध्यक्षता पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर रामफेर ने की। उन्होंने कहा कि जल है तो कल है, जल हमारे जीवन का आधार है समाज में चारों ओर बढ़ता प्रदूषण हम सब की चिंता का विषय है।भौतिक प्रदूषण से ज्यादा समाज में मानसिक प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। जिससे समाज विघटित हो रहा है। इसलिए हम सब एक दूसरे के साथ प्रेम व सौहार्द बनाएं रखें साथ ही वृक्ष लगाकर भौतिक प्रदूषण के निवारण में अपना योगदान करें।सभा का संचालन स्वयं सेविका रोली ने किया।
इस अवसर पर पूर्व कार्यक्रम अधिकारी संतोष कुमार यादव, संस्कृत की असिस्टेंट प्रोफेसर ज्योति सिंह व कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुनील कुमार वर्मा तथा अंकुर रस्तोगी ने अपने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम अधिकारी के निर्देशन में शिविरार्थियों ने गांव में जाकर लोगों को पर्यावरण व जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में मुख्य नियंता संतराम यादव, ऋषभ मौर्य पूर्व शिविरार्थी अजय कुमार, सलोनी, सीमा, मधुमिता, सीमा वर्मा, अंकिता यादव, शिविरार्थी गीतांजलि यादव, अवधेश कुमार, महेन्द्र कुमार, अमृता, सरिता, भूपेन्द्र, कंचन,ज्योती, सुधा, कोमल,चंचल, मुस्कान, शिवानी, खुशबू अभय राज उपस्थिति थे।