जानमोहम्मद ब्योरो चीफ आर्दश उजाला जिला बलरामपुर
लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी गौशालाओं की व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं।
गोशाला में जानवरों के लिए नहीं किया गया समुचित व्यवस्था।
सूत्रों की मानें तो पंचायत सचिव व प्रधान द्वारा गौशाला के लिए मिलने वाले पैसा को आपस में बांट लिया जाता हैं।
गौशाला मे जानवरों के खाने के लिए चारें का नहीं किया जाता हैं कोई इंतजाम सूत्रों की मानें तो भूख से दम तोड़ रही गायं।
मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाते नज़र आ रहें हैं पंचायत सचिव व प्रधान।
गायों को गौशाला मे संरक्षित करने में पंचायत सचिव प्रधान नहीं हो रहें कामयाब।
सूत्रों की मानें तो बलरामपुर जिले में एक गौशाला ऐसा भी जहां आएं दिन जानवरों की होती रहती है मौत।
मामला विकास खंड उतरौला के ग्राम पंचायत महिली का है।