लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने अलीगंज सेक्टर-क्यू में स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में केशव सभागार के लोकार्पण कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक शिक्षा देने के साथ व्यक्तित्व विकास एवं अच्छे संस्कार देना विद्यालय की जिम्मेदारी है। मूल्यांकन पद्धति में अंक महत्व रखता है, लेकिन जीवन में अंक का कोई स्थान नहीं है। जीवन में सफल होने के लिए अच्छी शिक्षा और अच्छे संस्कार की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि देश तभी आगे बढ़ता है, जब वहां के लोग शिक्षित, सुसंस्कृत, संस्कारवान व स्किल्ड हों।
उन्होंने कहा कि विकसित देश बनाने के लिए विकसित सोच, संस्कार व हर क्षेत्र में श्रेष्ठता हासिल करने की आवश्यकता है। हमारे बच्चे भारत के कल की तस्वीर हैं, भारत का भविष्य उन पर निर्भर है। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि विकसित भारत के संकल्प के साथ देश जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, उसके आप वाहक बने, और देश को तेजी से लेकर आगे बढ़ें। उन्होंने विद्यार्थियों से शिक्षा, खेल तथा समाज व परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन श्रेष्ठता के भाव से करने की अपेक्षा की।
उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि सरस्वती विद्या मंदिर में विद्यार्थियों के सम्पूर्ण चारित्रिक विकास और संस्कार पर विशेष ध्यान दिया जाता है। लगभग 70 वर्ष पहले गोरखपुर में विद्यालय नीव रखी गई थी, आज देश में लगभग 32 लाख बच्चों को संस्कारवान शिक्षा दी जा रही है, साथ ही योग, संगीत व सनातन संस्कृति की शिक्षा विद्यार्थियों को दी जाती है।
इस अवसर पर श्री रामलाल जी, यतीन्द्र , हेमचन्द्र , कौशल , विद्यालय के अध्यक्ष डॉ० आर० के गर्ग, प्रबंधक डॉ0 शैलेश मिश्र, प्रधानाचार्य संतोष कुमार सिंह सहित विद्यालय प्रबन्ध तन्त्र के सदस्य, आचार्य तथा गणमान्य नागरिक आदि उपस्थित थे।