आदर्श उजाला ब्यूरो, पीलीभीत।
पूरनपुर तहसील क्षेत्र के गांव कुरैया खुर्द कला निवासी अजीत सिंह पुत्र पृथ्वीराज सिंह अपने मासूम दो बच्चों के साथ सरकारी अस्पताल पहुंचा वहां मौजूद डॉक्टर व अन्य लोगों से अपने अंग बेचने की जानकारी करने लगा। अस्पताल में खड़े लोगों ने पूछा आखिर अंग बेचकर क्या करोगे तो उसने बताया 2004 में मेरे पिता पृथ्वीराज सिंह ने पशुपालन के लिए भूमि विकास बैंक से ऋण लिया था पिताजी की मृत्यु हो गई डेढ़ एकड़ जमीन भू माफिया कब्जा कर हुए हैं। साढे तीन एक जमीन बची है उसमें गेहूं लगाया आवारा पशुओं ने गेहूं को बिल्कुल जड़ से खा लिया हर दूसरे तीसरे दिन भूमि विकास बैंक के फिल्ड ऑफिसर अन्य लोगों के साथ घर पर जाकर बेज्जती करते हैं। ऋण को लेकर काफी मानसिक तनाव रहता हैं। इसी के चलते किसान अजीत सिंह काफी तनाव में रहता है। सरकार को भी कौस रहा था कह रहा था बैक ऋण जमा करने के लिए और कोई व्यवस्था नहीं है इसी के चलते सरकारी अस्पताल में अपना अंग किडनी बेचने के लिए सरकारी अस्पताल में भटक रहा हूँ। जिससे अंग बेचकर ऋण जमाकर भूमि विकास बैंक के कर्मचारियों से अपना पीछा छुड़ा सके। किसान के साथ दो मासूम बच्चे भी थे उच्च अधिकारियों से बैंक के कर्मचारियों व भू माफियाओं की शिकायत करने पर भी समस्या का समाधान नही हुआ है।