खेत का पानी खेत में तथा छत का पानी छत पर : स्वतंत्र देव सिंह*

*खेत का पानी खेत में तथा छत का पानी छत पर : स्वतंत्र देव सिंह*

– विश्व जल दिवस पर जल शक्ति मंत्री ने बाराबंकी से किया जल-जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ
– जल शक्ति मंत्री ग्राम पंचायत मजीठा में आयोजित ”जल उत्सव” में हुए शामिल
– एफटीके प्रशिक्षित महिलाओं ने उनको पानी की जांच करके दिखाई, पानी समितियों ने जल संचय के उपायों की जानकारी दी
– जल शक्ति मंत्री ने कहा सभी लोगों के एक-एक बूंद जल बचाने के प्रयास से टाला जा सकता जल संकट
– सुकलई पाइप पेयजल परियोजना में बनाई गई पानी टंकी का निरीक्षण भी किया

*बाराबंकी। 22 मार्च 2023*
खेत का पानी खेत में तथा छत का पानी छत पर संचयित करें, तभी भविष्य में जल संकट से बचा जा सकेगा। यह कार्य केवल एक व्यक्ति का नहीं है। इसके लिए सभी लोगों को एक-एक बूंद जल बचाने की जरूरत है। पानी की बर्बादी किसी भी कीमत पर न हो इसको भी सुनिश्चित करें। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बुधवार को विश्व जल दिवस के अवसर पर बाराबंकी की ग्राम पंचायत मजीठा में यह संदेश दिया। उन्होंने खेत पर मेढ़, मेढ़ पर पेड़ का भी नारा दिया। पानी को बचाने का प्रयास कर रही महिलाओं के उदाहरण भी दिये। उन्होंने कार्यक्रम स्थल से राज्य के सभी जिलों में होने वाले जल जागरूकता कार्यक्रमों का शुभारंभ हरी झण्डी दिखाकर किया। विभाग के अधिकारी, जल निगम के अधिशासी अभियंता अमित कुमार, पानी जांच का काम कर रही महिलाएं, आईएसए एजेंसी के कार्यकर्ता, पीएमसी, डी पी एम यू के प्रमुख समेत स्थानीय लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया।

जल जागरूकता कार्यक्रमों के शुभारंभ के साथ ही प्रदेश भर में जल संचयन और जल संरक्षण के कार्यक्रम शुरू हो गये। राज्य के सभी जिलों में स्थानीय लोगों और सामाजिक संस्थाओं ने नदियों किनारे जल मार्च निकाले। ग्राम पंचायत स्तर पर जल जागरूकता चौपाल हुईं और सरकारी स्कूलों में जल जागरूकता कक्षाएं लगाई गईं। बाराबंकी में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में पहुंचे जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जल ही जीवन है और जीवन के लिए जल सबसे अनमोल है। उन्होंने कहा कि पानी नहीं मिलेगा तो जीवन नहीं बचेगा। इसलिए जल बचाना हमार दायित्व है। उन्होंने कहा कि बरसात का पानी जमीन के अंदर जाए, घर का पानी सोख्ता के रूप में जमीन में जाए तभी जल बचेगा। उन्होंने लोगों को जल संरक्षण और जल संचयन के महत्व की जानकारी दी। जल बचाने के उपायों से भी परिचित कराया। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से हर घर तक जल पहुंचाने की योजना से ग्रामीणों को मिल रहे लाभ भी गिनाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रत्येक ग्रामीण तक पेयजल पहुंचाने के सपने को राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पूरा कर रही है। इसके बाद जल शक्ति मंत्री मजीठा गांव में स्थित सुकलई पाइप पेयजल परियोजना में बनाई गई पानी टंकी का निरीक्षण करने पहुंचे। गांव में सभी घरों में पानी कनेक्शन हैं और इसी टंकी से पानी की सप्लाई भी दी जा रही है। इससे पहले आयोजन में वो एफटीके प्रशिक्षित महिलाओं से मिले उनसे पानी जांच की प्रक्रिया को समझा। स्वच्छ पेयजल घर-घर पहुंचाने की मुहिम को लगातारी जारी रखने को कहा। पानी समितियों के सदस्यों से जल शक्ति मंत्री ने जल संचय के उपायों के बारे में पूछा। उन्होंने जन-जन को पानी बचाने का संदेश देने के कार्यक्रमों को समय-समय पर आयोजित करते रहने के लिए भी कहा।

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