विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पहली बार 10 अक्टूबर 1992 को मनाया गया था

मानसिक स्वास्थ्य लोगों का भावनात्मक मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण है इसके बिना स्वस्थ जीवन संभव नहीं
बताते चलें की तहसील सिरौली गौसपुर बाराबंकी क्षेत्र के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में स्थित श्री सुंदरलाल महाविद्यालय औरेला सैदनपुर मैं मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें डिजिटल एंपावर नई दिल्ली मुख्यालय के सौजन्य से मानसिक स्वास्थ्य व जेंडर के मास्टर आशुतोष कुमार यादव नेता छात्र छात्राओं से संवाद करते हुए बताया कि 10 अक्टूबर सन 1992 को पहली बार मानसिक स्वास्थ्य की शिक्षा जागरूकता हेतु विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है परंतु अफसोस की बात यह है कि आज भी मानसिक स्वास्थ्य की बात होती है तो लोग उसे पागल या मेंटल समझ लेते हैं अंधविश्वास देवीय प्रकोप मानते
जबकि मानसिक स्वास्थ्य लोगों का भावनात्मक मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण होता है मानसिक स्वास्थ्य जीवन के तनाव से निपटने की क्षमता विकसित करता है मानसिक तनाव हमें निर्णय लेने की शक्ति देता है मानसिक स्वास्थ्य सभी को स्वस्थ जीवन यापन मैं निर्वाह का कार्य करता है मानसिक स्वास्थ्य के बिना जीवन संभव नहीं

आदर्श उजाला न्यूज एंड इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तहसील संवाददाता रामकुमार की खास रिपोर्ट

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