पीलीभीत खुदागंज निवासी राधेश्याम ने बिहार की रहने वाली धनदेवी से 22 साल पहले शादी की और अपने घर पर दुल्हन बनाकर लाया दोनो का जीवन हंसी खुशी लगभग 17 साल एक साथ में गुजारे
महिला का 16 वर्षीय पुत्र राहुल और 8 वर्षीय पुत्री पूजा है लगभग 5 साल पहले पति ने पत्नी के साथ बेवफाई कर दोनों बच्चों सहित घर से निकाल दिया, जब से अब तक महिला दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है,कलीनगर मार्ग के पास में त्रिपाल और पन्नी डालकर अपना एक छोटा सा आशियाना बनाया और अपने बच्चों के साथ महिला रहने लगी महिला का पुत्र मेहनत मजदूरी करता तो वहीं महिला अपने बच्चों के लिए भीख मांगकर लाती है कुछ दिनों तक महिला की पुत्री एक स्कूल में पढ़ती रहें लेकिन समय बदला और परिवार पर फिर मुसीबत पड़ी जिस कारण मासूम बच्ची का स्कूल छूट गया, जब इसकी जानकारी समाजसेवी गुरमेल सिंह और हर्ष गुप्ता को हुई तो उन्होंने परिवार की मदद में हाथ बढ़ाया मासूम बच्चे का एडमिशन एक अच्छे स्कूल में कराया साथी डेली यूज़ राशन व सामान दिया, मासूम बच्ची से उसके पिता के बारे में पूछा बोली पापा हमारे साथ नहीं रहते और पापा ने हम को घर से निकाल दिया लोग परिवार बनाने और बच्चे पाने की चाहत को लेकर मंदिर मजार हकीम डॉक्टर की चौखट की खाक छान देते हैं तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने मासूम बच्चों को पिता कहने का अधिकार भी छीन लेते हैं ऐसा ही मामला इस मासूम बच्ची कहां है जो अपने पिता को पिता भी नहीं कह सकते,बच्चों से मिलना भी पसंद नहीं करता बेवफा पति की करतूत जहां एक और पत्नी को धोखा दिया तो वही मासूम बच्चों को भी पिता का प्यार नसीब नहीं हो सका, सरकार की योजनाओं से भी वंचित है गरीब परिवार..
आदर्श उजाला ब्यूरो दिनेश कुमार की रिपोर्ट