हज यात्रा के लिए पूरनपुर का काफिला हुआ रवाना, सैकड़ों लोगों ने पहुंचकर दी विदाई
ब्यूरो, पीलीभीत,पूरनपुर। हज की यात्रा के लिए पूरनपुर से काफिला रवाना हुआ। काफिले में दर्जनों लोगों ने पहुँचकर विदाई दी।
इस्लाम की मान्यताओं के मुताबिक़, शारीरिक एवं आर्थिक रूप से सक्षम हर मुसलमान को अपनी ज़िंदगी में कम से कम एक बार इस फर्ज़ को निभाने का दायित्व है। जिसमें इस्लाम के पांच फर्ज हैं इसमें हज, कलमा, रोजा, नमाज व जकात। इस्लाम धर्म की मान्यताओं के मुताबिक़, पैग़ंबर इब्राहिम को अल्लाह ने एक तीर्थस्थान बनाकर समर्पित करने के लिए कहा था। जिसे काबा कहते हैं और वहां लोग हज करने जाते हैं। रविवार को नगर व तहसील क्षेत्र से हज करने के लिए कई लोगों का एक काफिला रवाना हुआ। नगर तहसील क्षेत्र से रवाना हुए हाजियों का जत्था लखनऊ से 30 मई को मक्का के लिए उड़ान भरेगा। हज के लिए रवाना होने के दौरान लोगों ने उन्हें फूल मालाओं के साथ विदा किया। इस दौरान सभी ने हाजियों से अपने हक में दुआ करने की गुजारिश की। नगर के मोहल्ला साहूकारा लाइनपार निवासी शिक्षक इसहाक अहमद, उनकी पत्नी पूर्व जिला पंचायत सदस्य रजिया सुल्तान सहित बहन शायजादा भी हज के लिए रवाना हुई। जिन्हें विदा करने के लिए प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष सूर्यप्रकाश गंगवार, मंत्री विमल कुमार, संघ के तहसील प्रभारी संतोष कुमार पासवान, ऋषि सक्सेना, मो. नूर खां, मो. मियां, मो. फुरकान, मो. हसन खां, मो. फुरकान सहित भारी हुजूम एकत्र हुआ। इधर ग्राम पंचायत पूरनपुर देहात के मोहल्ला खानकाह निवासी भट्टा व्यवसाई तकरीर खान उर्फ नईम के वालिदैन लईक अहमद व शहाना बेगम तथा नगर के प्रमुख राइस मिलर आकिल खां और उनकी पत्नी सायरा बेगम भी हज यात्रा के लिए रुखसत हुये। इस दौरान सभी हज यात्रा को जाने वाले लोगो को विदा करने के लिए सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद रहे। इस मौके पर मुख्य रूप से नईम खान, हाजी कामिल खान, एडवोकेट तक़रीम खान, बीडीसी सदस्य शोएब खान उर्फ़ फूलबाबू, राधाकृष्ण कुशवाहा, डॉ. आलिम सहित कई लोग मौजूद रहे।