खबर जिला पीलीभीत से
आज 2 जनवरी को केन इंप्लीमेंटेशन कमेटी सी.आई.सी. की बैठक का आयोजन खुशी राम भार्गव जिला गन्ना अधिकारी पीलीभीत की अध्यक्षता में गन्ना भवन में किया गया, जिसमें समानुपातिक गन्ना खरीद, क्रय केंद्र निरीक्षण, तौल लिपिकों का ऑनलाइन स्थानांतरण, ड्रिप सिंचाई, बसन्तकालीन बुवाई के माइक्रो प्लान सहित अन्य विकास कार्यों की समीक्षा की गयी।
जनपद में वर्तमान में चार चीनी मिलें संचालित हैं, जो अब तक कुल 104.82 लाख कुन्तल गन्ना खरीद कर चुकी हैं। अब तक कुल 107172 कृषक द्वारा गन्ना आपूर्ति की गयी है।
ड्रिप सिंचाई हेतु जनपद को कुल 720 हेक्टयर का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इस सम्बंध में व्यापक चर्चा करते हुये आर. डी. गंगवार जिला उद्यान अधिकारी द्वारा अनुदान पर ड्रिप संयन्त्र स्थापित करवाने हेतु प्रक्रिया की जानकारी दी गयी। इक्छुक गन्ना कृषकों की सूची उनकी खतौनी, आधार, फोटो एवं बैंक खाता आदि प्रपत्रों के साथ गन्ना विभाग द्वारा उद्यान विभाग को भेजी जायेगी। उद्यान विभाग द्वारा पंजीकरण करवाकर ड्रिप संयंत्र स्थापित कराया जायेगा। इस पर लघुध्सीमांत कृषकों को 90 प्रतिशत एवं अन्य कृषकों को 80 प्रतिशत अनुदान की व्यवस्था है।
ड्रिप सिंचाई के कई लाभ हैं। ड्रिप सिंचाई में पानी की बचत होती है. इसमें जल उपयोग दक्षता 95 प्रतिशत तक होती है एवं फसल की पैदावार बढ़ती है। फर्टिगेशन से खाद और उर्वरक पर लागत बचती है, खरपतवार की वृद्धि कम होती है। ड्रिप सिंचाई से मिट्टी का कटाव कम होता है।
बसन्तकलीन बुवाई का माईक्रो-प्लान तैयार कर जनपद में 81 टीमें गठित कर दी गयी हैं। सभी चीनी मिलें अपने क्षेत्र में गन्ना बीज आरक्षित करेंगी। बीजधारक कृषकों से चीनी मिलें अनुबन्ध करते हुये यह सुनिश्चित करेंगी कि बीज की आपूर्ति चीनी मिल में न कि जाये। व्यापक जागरूकता अभियान के तहत सभी टीमें बैनर आदि के साथ अपने क्षेत्र में गन्ना बुवाई हेतु प्रचार प्रसार करेंगी। इसके अलावा 14 प्रचार वाहन भी जिले भ्रमणशील रहेंगे।
ब्यूरो मोहम्मद तौसीर
आदर्श उजाला न्यूज़
पीलीभीत से