आदर्श उजाला संवाददाता मोहम्मद इसराईल शाह ( गैंडास बुजुर्ग) उतरौला बलरामपुर।
जिसकी सदारत हुज्जतुल इस्लाम आली जनाब मौलाना मोहम्मद अली साहब किब्ला ने की महेफिल का संचालन ज़करिया रिज़वी ने किया महेफिल खेताबत हूज्जतुल इस्लाम आली जनाब मौलाना सिब्ते हैदर साहब किब्ला ने किया ।
अरबी कैलेण्डर मास के अनुसार 18 जिलहिज्जा को आज ही के दिन पैगम्बर हज़रत मोहम्मद मुस्तफा स. अ. ने आखरी हज से लौटते समय मैदान कुम हज़रत अली अलैहिस्सलाम को अपने हाथो पर बलंद कर फ़रमाया मन कुन्तो मौला फहाजा अलियुन मौला अर्थात मैं जिसका जिसका मौला अली उसका मौला हज़रत मोहम्मद साहब ने हज़रत अली को अपना जानशीन करार दिया इसी खुशी में इस दिन को ईद ए गादीर के नाम से मनाया जाता है खुशियां मनाई जाती है महेफिल में स्थानीय शोहरा काजिम हुसैन उतरौली नशशन उतरौलवी शहजादे जाफरी डॉक्टर मुहिब्बुल हसन अनीस उतरौलवीं आदि ने अपना कलाम पेश किया महैफिल में हारून मोहसिन समन समेत कई दर्जन लोग मौजूद रहे ।