प्रदेश के तराई सीमा क्षेत्र के जनपदों में भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव-2024 कार्यक्रमों का 09 फरवरी से 29 फरवरी, 2024 तक किया जाना है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य तराई सीमा क्षेत्र से संबंधित जनपदों में युवा पीढ़ी एवं विद्यार्थियों को प्रदेश के गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने एवं देश प्रेम की भावना को जागृत करना है। यह महोत्सव 09 फरवरी को सिद्धार्थनगर जनपद से प्रारम्भ होकर महराजगंज, कुशीनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुरखीरी एवं पीलीभीत में 29 फरवरी, 2024 को समाप्त होगा।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने गुरूवार को दी। उन्होंने बताया कि इस महोत्सव को भव्य ढंग से आयोजित करने के लिए तराई क्षेत्र के 08 जनपदों- सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुरखीरी तथा पीलीभीत के जिलाधिकारियों को प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा धर्मार्थ कार्य की ओर से आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।
जयवीर सिंह ने बताया कि भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव-2024 का आयोजन 09 से 11 फरवरी को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय सिद्धार्थनगर में किया जायेगा। इसी प्रकार 13-14 फरवरी को जनपद महराजगंज के जवाहर लाल नेहरू पीजी कालेज में किया जायेगा और 16 फरवरी को बुद्ध पीजी महाविद्यालय कुशीनगर तथा 18-19 फरवरी को राजकीय संग्रहालय इमिलिया कोडर-राजकीय एमएलके महाविद्यालय बलरामपुर में किया जायेगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि 21 फरवरी, 2024 को जिला मुख्यालय भिनगा/सत्यनारायण उच्चशिक्षण संस्थान, तुलसीपुर बलरामपुर में तथा 23-24 फरवरी को जनपद बहराइच के सीमान्त डिग्री कालेज/लार्ड बुद्धा इण्टर कालेज में महोत्सव सम्पन्न होगा। इसके पश्चात 26 फरवरी को राजकीय एकलव्य आश्रम पद्धति इण्टर कालेज, लखीमपुर में महोत्सव का आयोजन होगा तथा अंतिम चरण 28-29 फरवरी को एलबीएस महाविद्यालय गॉधी स्टेडियम प्रेक्षागृह पीलीभीत में महोत्सव का समापन होगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा धर्मार्थ कार्य द्वारा जारी निर्देशों में संबंधित जनपदों के जिलाधिकारियों से अपर जिलाधिकारी/उपजिलाधिकारी स्तर के किसी अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही आयोजन स्थल पर साज-सज्जा एवं अन्य व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। कार्यक्रम स्थल हेतु प्रस्तावित मार्ग को अतिक्रमण मुक्त बनाते हुए साइनेज लगाने के भी निर्देश दिये गये हैं। इसके अलावा कार्यक्रम की सुरक्षा के लिए यात्रा के साथ पुलिस स्कार्ट की व्यवस्था करने को भी कहा गया है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान एम्बुलेंस की व्यवस्था एवं अन्य चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है। इस महोत्सव के प्रचार प्रसार एवं मीडिया कवरेज की जिम्मेदारी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के जिलों में तैनात अधिकारियों को दी गयी है। संस्कृति निदेशालय स्तर पर कार्यक्रम के समन्वय के लिए एक सहायक निदेशक स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिये गये हैं। प्रमुख सचिव ने भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव-2024 एवं इससे संबंधित यात्रा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन को आवश्यक कार्यवाही करने की अपेक्षा की है।