शिकायककर्ता श्री मोहम्मद अब्दुल कलाम के 3,11,771/- रुपये थाना साइबर क्राइम जनपद बलरामपुर द्वारा कराये गये वापस।

आदर्श उजाला संवाददाता- मोहम्मद इसराईल शाह गैंडास बुजुर्ग‌‌‌ उतरौला बलरामपुर।

“साइबर अपराधों के सफल अनावरण व रोकथाम हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री केशव कुमार के कुशल निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक/ नोडल अधिकारी साइबर क्राइम बलरामपुर श्रीमती नम्रिता श्रीवास्तव के पर्यवेक्षण में थाना साइबर क्राइम की कुशल टीम द्वारा साइबर फ्राड कर निकाले गये शिकायतकर्ता श्री मोहम्मद अब्दुल कलाम के 3,11,771/- रुपये वापस कराये गये।”

विदित हो कि दिनांक 25.02.2024 को शिकायतकर्ता श्री मोहम्मद अब्दुल कलाम निवासी बनगवा, थाना उतरौला जनपद बलरामपुर द्वारा साइबर क्राइम थाना पहुंचकर शिकायत की गयी थी कि “शिकायतकर्ता को अज्ञात मोबाइल नंबर से पी0एन0बी0 बैंक सी0एस0सी0 का एप जरिए व्हाट्सएप भेजा गया था। संबंधित व्यक्तियों द्वारा शिकायतकर्ता को बैंक सी0एस0सी0 की .apk फाइल डाउनलोड कराकर पी0एऩ0बी0 बैंक खाते से 5,50,000.00 रुपये निकाल लिए गए थे”। जिस पर साइबर क्राइम थाना जनपद बलरामपुर की टीम द्वारा तत्काल आवश्यक कार्यवाही की गयी। साइबर क्राइम थाना टीम द्वारा शिकायतकर्ता की धोखाधड़ी की धनराशि विभिन्न वॉलेट/बैंक खातों से बरामद कराते हुए 3,11,771 रुपये शिकायतकर्ता के बैंक खाते में वापस करायी गयी है। शिकायतकर्ता श्री मोहम्मद अब्दुल कलाम द्वारा रुपये 3,11,771 अपने बैंक खाते में वापस मिल जाने पर पुलिस अधीक्षक महोदय के प्रति धन्यवाद पत्र ज्ञापन देते हुए बलरामपुर पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया गया।

*वापस करायी गयी धनराशि*
*रुपयेः 3,11,771.00/-*

*साइबर टीम (साइबर सेल/ साइबर थाना)*
प्र0नि0 श्री सत्येन्द्र बहादुर सिंह
उ0नि0 श्री कर्मवीर सिंह
का0 अनिल कुमार
का0 विकास कुमार
का0 पंकज कुमार
का0 शुभम सिंह
का0 अभिषेक सिंह

*साइबर अपराध से बचाव हेतु सावधानी*
• एईपीएस फ्राड से बचने के लिए हमेशा आधार कार्ड का बायोमैट्रिक लाक करके रखें। साइबर अपराधियों द्वारा आम लोगो का फिंगर प्रिन्ट क्लोन कर एईपीएस के माध्यम से धोखाधड़ी करके रुपया निकाल लिया जाता है, जिसके बचाव के लिए आवश्यक है कि आधार कार्ड का बायोमैट्रिक लाक करके रखें।
• किसी अनजान व्यक्ति द्वारा बताये गये किसी एप को डाउनलोड न करें, साइबर अपराधियो द्वारा स्क्रीनशेयरिंग एप डाउनलोड करवाकर अपका फोन एक्सेस करके उसका गलत उपयोग किया जा सकता है।
• किसी अनजान के कहने पर पेमेन्ट रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें। साइबर अपराधियों द्वारा लोगो को यह बताकर कि पैसे आपके खाते में भेजे जा रहे रिसीव कर लीजिए, लोगो द्वारा रिसीव करने के लिए जैसे ही यूपीआई पिन डाला जाता है, पैसे खाते से कट जाते हैं। अवगत कराना है कि खाते में रुपये रिसीव करने के लिए कभी पिन डालने या रिसीव करने की आवश्यकता नही होती है।
• साइबर अपराधियों द्वारा आजकल एटीएम बदलकर साइबर क्राइम किया जा रहा है। इस स्थिति से बचने के लिए एटीएम उपयोग करते समय किसी अनजान से मदद लेते समय हमेशा सावधान रहें। किसी अनजान के हाथ में अपना एटीएम न दें।
• गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करते समय हमेशा सावधान रहें। साइबर अपराधियों द्वारा गूगल पर विभिन्न कंपनियों के फर्जी कस्टमर केयर नंबर अपलोड किये गये हैं, अतः किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर निकालने के लिए हमेशा कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट से ही निकालें।
• सोशल मीडिया पर अनजान लोगों की फ्रेन्ड रिक्वेस्ट/ वीडियो कॉल एक्सेप्ट न करें। साइबर अपराधियों द्वारा लोगो को सोशल साइट पर आनलाइन चैट कर सेक्सुअली उकसाकर उनका न्यूड वीडियो रिकार्ड कर ब्लैकमेल किया जाता है। अतः सोशल मीडिया पर हमेशा सावधान रहें।
• किसी भी दशा में अपना व्यक्तिगत विवरण किसी अनजान के साथ साझा न करें। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आने वाले विज्ञापनों से खरीदरी में हमेशा सावधान रहें, खरीदरी हमेसा किसी भी ई-कामर्श वेबसाइट की आफिशियल वेबसाइट अथवा अधिकृत एप से ही करें।
• सोशल मीडिया एकाउन्ट पर हमेशा टू-स्टेप वेरीफिकेशन आन रखें तथा मजबूत पासवर्ड बनायें।

ठगी का शिकार होने पर अपने नजदीकी थाने की साइबर हेल्प डेस्क पर अथवा जनपदीय साइबर सेल के मोबाइल नंबर 7839855002 पर तत्काल संपर्क करें अथवा भारत सरकार द्वारा जारी नंबर 1930 पर कॉल करें। किसी भी प्रकार के साइबर क्राइम से सम्बन्धित आनलाइन शिकायत भारत सरकार द्वारा जारी अनलाइन नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in के माध्यम से करें।

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