राज्य सरकार द्वारा जनपद मुजफ्फरनगर में स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल शुक्रतीर्थ में श्रद्धालुओं के लिए बुनियादी सुविधाएं सुलभ कराने के लिए 33.34 करोड़ रूपये की लागत से विभिन्न विकास कार्य कराये जाएंगे, इसके लिए तीन योजनाएं तैयार की गयी हैं। इस धनराशि में से 19.91 करोड़ रुपये से गंगा घाट का उच्चीकरण तथा सौंदर्यीकरण, 6.99 करोड़ रुपये से पार्किंग का जीर्णोद्धार और 6.44 करोड़ रुपये से मुख्यमार्ग पर कलाकृतियां, लैंडस्केपिंग सहित अन्य कार्य कराये जाएंगे।
यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि लगभग 19.91 करोड़ रुपये की लागत से घाट का विकास और सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही यहां सेल्फी पॉइंट और आरती स्थल बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि गंगा किनारे बैठने के लिए भी स्थान विकसित किया जाएगा। लोगों की सुरक्षा के लिए चेन भी लगाई जाएगी। इसके साथ ही लैंडस्केपिंग सहित कई अन्य कार्य कराए जाएंगे।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि लगभग 6.99 करोड़ रुपये से पार्किंग का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। वहीं वाहन पार्किंग में पैदल आवागमन के लिए रास्ता बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि क्रैश वैरियर सहित कई और कार्य कराए जाएंगे। इसके अलावा 6.44 करोड़ रुपये से विजय चौक से लेकर गंगा घाट तक तीर्थ स्थल से संबंधित कलाकृतियां, लैंडस्केपिंग, म्यूरल के कार्य कराए जाएंगे। यात्री सुविधाओं के लिए साइनेज भी लगाए जाएंगे।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश के पर्यटन स्थलों और पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटक यहां से विशिष्ट अनुभव लेकर लौटें। इसी क्रम में पावन धाम शुक्रतीर्थ का विकास किया जा रहा है। यह वही स्थल है, जहां पहली बार शुक्रदेव जी महाराज ने राजा परीक्षित को वटवृक्ष के नीचे श्रीमद्भागवत कथा सुनाई थी। यहां प्रतिदिन श्रीमद्भागवत कथा सुनाई जाती है। शुक्रताल के ऐतिहासिक कार्तिक गंगा स्नान मेले में दूर-दूर से लोग आते हैं।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के लोकार्पण के बाद प्रदेश में धार्मिक पर्यटन बहुत तेजी से बढ़ रहा है। काशी, मथुरा एवं अयोध्या पर्यटन हब के रूप में स्थापित होते जा रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहे हैं। इसके साथ ही होटल, टैक्सी एवं टूर ऑपरेटर्स को भी काम मिल रहा है। इसको दृष्टिगत रखते हुए राज्य सरकार सभी पर्यटन स्थलों पर अवस्थापना सुविधाओं का तेजी से विकास कर रही है।