जनपद के 9573 किसान पहली बार करेंगे गन्ना आपूर्ति

 

विगत पेराई सत्र मे 2.26 लाख गन्ना किसानो ने 365 लाख कुं गन्ना की थी आपूर्ति

ब्यूरो,पीलीभीत
पेराई सत्र 2023-24 के लिए गन्ना सर्वे के साथ ही सहकारी गन्ना विकास समितियों की ऑनलाइन सदस्यता की प्रक्रिया शुरु की गयी थी l ऑनलाइन सदस्यता आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितम्बर 2023 निर्धारित की गयी थी जिसे किसानों की सुविधा के लिये 5 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया था l 5 अक्टूबर तक जनपद मे कुल 9573 किसानों ने गन्ना आपूर्ति हेतु ऑनलाइन आवेदन किया, जिसमें पीलीभीत समिति में सबसे अधिक 4549 किसानों ने आवेदन किया l पूरनपुर समिति मे 1991, बीसलपुर समिति मे 2610 एवं मझोला समिति मे 423 किसानों ने आवेदन किया l इन सभी किसानों के आवेदन पत्रों का परिक्षण कर गन्ना आपूर्ति हेतु यूनिक कोड का आवंटन किया जायेगा l उन्ही किसानो को सदस्य बनाया जायेगा जो गन्ना समिति के राजस्व गॉवो मे निवास करते हो, राजस्व अभिलेखों मे उनके नाम ज़मीन दर्ज हो तथा वह गन्ना की खेती करते हों l यूनिक कोड आवंटन के बाद यह किसान पहली बार चीनी मिलो को गन्ना आपूर्ति करेंगे l यदि किसी सट्टा धारक सदस्य की मृत्यु पेरायी सत्र के दौरान हो जाती है तो कृषक के आपूर्ति योग्य गन्ने की सामयिक खपत के दृष्टिगत उसका सट्टा चालू रखा जायेगा, किन्तु यह सुविधा केवल इसी पेरायी सत्र हेतु मान्य होगी।
पेरायी सत्र में केवल एक बार कृषक को सप्लाई मोड व आपूर्ति स्थल (गेट/क्रय केंद्र) में परिवर्तन करवाने की सुविधा मिलेगी।
सट्टा नीति 2023-24 के अनुसार पेड़ी तथा शरदकालीन बावग को उपलब्धता के आधार पर अधिकतम 31 जनवरी तक अथवा उसके पूर्व की तिथि, जब तक केवल पेडी एवं शरद बावग के गन्ने से मिल में पेराई सम्भव हो, गन्ने की आपूर्ति की जायेगी, 01 फरवरी से अथवा उससे पूर्व जैसा कि पेड़ी तथा शरदकालीन बावग की उपलब्धता हो, पौधे गन्ने की आपूर्ति प्रारम्भ कर दी जायेगी। स्पष्टतः केवल पेडी गन्ने तथा शरदकालीन बावग के गन्ने की आपूर्ति पर 01 फरवरी के बाद मिल को नहीं चलाया जायेगा तथा पौधा गन्ने की खरीद अवश्य की जायेगी। कुल अनुबन्धित गन्ने की अधिकतम 52 प्रतिशत सीमा तक गन्ने की आपूर्ति पेडी के रूप में 31 जनवरी तक की जायेगी चाहे उसके पास इससे अधिक पेड़ी गन्ने की उपलब्धता क्यों न हो। अतिरिक्त उपलब्ध पेड़ी गन्ने की आपूर्ति पौधे गन्ने के साथ ली जायेगी। जिन चीनी मिल क्षेत्रों में शीघ्र पकने वाली प्रजातियों / शरद बावग का प्रतिशत अधिक है वहां पर चीनी मिलों की गन्ना पेराई 15 दिसम्बर तक केवल शीघ्र पकने वाली प्रजातियों के पेड़ी गन्ने / शरद बावग से आपूर्ति के आधार पर यथा सम्भव की जायेगी। प्रत्येक दशा में 15 दिसम्बर से अथवा शीघ्र पकने वाले प्रजातियों की उपलब्धता कम होने की स्थिति में उससे पूर्व की तिथि से सामान्य प्रजातियों की पेडी की आपूर्ति भी प्रारम्भ कर दी जायेगी। अपेक्षाकृत छोटे गन्ना किसानों के गन्ने को प्राथमिकता के आधार पर चीनी मिल चलने के 45 दिन के अन्दर पेडी गन्ना तथा पौधे गन्ने को 01 फरवरी से 45 दिन के अन्दर कय किये जाने की व्यवस्था की जायेगी।मझोला गन्ना विकास परिषद के कुलारा ग्राम मे गन्ने की फसल का निरीक्षक करते जिला गन्ना अधिकारी, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक मझोला एवं चीनी मिल पीलीभीत के जीएम केन व अन्य लोग उपस्थित रहे।

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