ब्यूरो, पीलीभीत। प्रधानी के चुनाव में मतगणना के दौरान धांधली का आरोप लगाते हुए महिला प्रत्याशी ने प्रधानी निरस्त कराने की मांग को लेकर याचिका दायर की थी। शनिवार को तहसील सभागार में अफसरों की मौजूदगी में पुनर्मतगणना हुई। पूरा मामला गोपनीय रखा गया है। मामले की रिपोर्ट डीएम को भेजी गई है। जिसको लेकर एसडीएम कोर्ट ने 14 मार्च को तहसील परिसर में ही पुनर्मगणना की तारीख तय की थी। मौजूदा ग्राम प्रधान ने एसडीएम के आदेश को जिला कोर्ट में चुनौती दी। इस पर जिला न्यायालय सिविल ने अग्रिम आदेश तक रिकाउंटिंग पर रोक लगा दी थी।विकास खंड पूरनपुर अंतर्गत आने वाले गांव कढैया में रामचंद्र वर्तमान में ग्राम प्रधान है। वर्तमान प्रधान रामचंद्र को 402 और लौंग श्री को 395 मत मिले थे। इस तरह महिला 7 मतों से चुनाव हार गई थी। महिला ने 17 जनवरी 2022 को प्रधानी निरस्त करने संबंधित याचिका दायर की थी। आरोप था कि नियमों के खिलाफ मृतक और दूसरी जगह के वोटरों द्वारा मतदान किया। एसडीएम कोर्ट ने 14 मार्च को पुनर्मतगणना के आदेश जारी किया था। वर्तमान प्रधान रामचंद्र लाल ने एसडीएम के आदेश को जिला न्यायालय सिविल में चुनौती दी थी। इसके बाद जिला कोर्ट ने अग्रिम आदेश तक रिकाउंटिंग पर रोक का एक नया स्टे आदेश जारी किया था। 10 जून को तहसील सभागार में अपराहन तीन बजे से छह बजे तक एसडीएम राजेश कुमार शुक्ला, तहसीलदार ध्रुवनारायण, खंड विकास अधिकारी सर्वेश कुमार, नायब तहसीलदार कुमार की मौजूदगी में पुनर्मगणना हुई। इस दौरान वर्तमान प्रधान और प्रतिद्वंदी प्रत्याशी भी मौजूद रही। इसकी रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में डीएम को भेजी गई है। पुनर्मगणना में क्या परिणाम सामने आए हैं, यह बात अभी ज्ञात नहीं हो सकी है। पूरे मामले की वीडियोंग्राफी कराई गई है।